फिल्म के 1 सीन के लिए बहाया गया लाखों लीटर पानी, मिनटों में डूबा पूरा होटल, बुझ सकती थी पूरे गांव की प्यास

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नई दिल्ली.  बॉलीवुड में ऐसी कई फिल्में रही हैं जिन्हें आप सिर्फ चुनिंदा एक या फिर दो सीन के लिए ही याद रखते हैं. ऐसी ही एक फिल्म साल 2009 में आई प्रियदर्शन की ‘दे दना दन’ है. यूं तो इस फिल्म ने ऑडियंस को खूब हंसाया था, लेकिन आज भी जब इस फिल्म की बात होती है तो खासकर इसका क्लाइमेक्स सीन ही याद किया जाता है. अगर आपको याद नहीं आ रहा है तो बता दें, इस फिल्म के क्लाइमेक्स सीन में एक होटल में पानी की टंकी फटने की वजह से तबाही मच जाती है. इस सीन को देखते हुए आपने एंजॉय तो बहुत किया होगा, लेकिन क्या आज से पहले आपने कभी इस बात पर गौर किया था कि आखिर इस एक सीन को शूट करने के लिए कितना पानी बर्बाद हुआ होगा. 

बॉलीवुड फिल्मों के सीन्स को अक्सर रियल दिखाने के लिए मेकर्स किसी भी हद तक चले जाते हैं. फिर चाहे करोड़ों रुपये खर्च करना हो या फिर चीजों की बर्बादी हो. अगर आपको भी लगता है कि फिल्म की सफलता के आगे ये सारी चीजें मायने नहीं रखती हैं. तो शायद आज के बाद आपकी सोच थोड़ी सी बदल जाएगी.  जी हां, ‘दे दना दन’ के जिस सीन को पर्दे पर देखकर हम सब ने खूब एंजॉय किया था उसकी शूटिंग में 100 या 200 नहीं बल्कि लाखों लीटर पानी बर्बाद हुआ था.

मिनटों में बर्बाद हुआ 84 लाख लीटर पानी-
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रियदर्शन की इस फिल्म के क्लाइमेक्स को शूट करने के लिए 700 पानी के टैंकर का इस्तेमाल किया गया था. अगर लीटर में हिसाब करें तो कुल 84 लाख लीटर पानी इस्तेमाल किया गया था. इस आंकड़े ने यकीनन आपके भी होश उड़ा दिए होंगे. अब अगर बात करें 84 लाख लीटर पानी से कितने लोगों की प्यास बुझाई जा सकती थी, तो ये जानकार आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी.

पूरे गांव की बुझ सकती थी प्यास-
रिसर्च के मुताबिक हर व्यक्ति को दिन में करीबन 4 से 5 लीटर पानी की जरूरत होती है. तो 4 लीटर के हिसाब से 84 लाख लीटर पानी में कुल 21 लाख लोगों की प्यास बुझाई जा सकती हैं. अगर मोटा- मोटी देखें तो फिल्म के 15 मिनट के सीन को शूट करने के लिए जितना पानी इस्तेमाल किया गया, उतने ही पानी में 21 लाख लोगों की या एक गांव या शहर की प्यास बुझाई जा सकती थी.

Tags: Akshay kumar, Bollywood films

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