नई दिल्ली. 15 जून साल 1993 पर्दे पर फिल्म आई ‘खलनायक’. ये वहीं साल था, जब संजय का नाम मुंबई धमाकों में आया था. 1993 मुंबई धमाकों में उनके रोल पर आर्म्स एक्ट और TADA (Terrorist and Disruptive Activities Prevenction Act) के तहत अरेस्ट होने के बाद भी इस फिल्म से संजय दत्त को नया स्टारडम मिला. फिल्म को सुभाष घई ने डायरेक्ट किया था. हालांकि फिल्म रिलीज से पहले पोस्टर पर बवाल हो या फिल्म के सुपरहिट गाने पर मचा गदर. फिल्म को लोगों ने खूब पसंद किया और ‘खलनायक’ 1993 की दूसरी सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी.
‘खलनायक’ में संजय दत्त और माधुरी दीक्षित के अलावा जैकी श्रॉफ, राखी गुलजार और अनुपम खेर भी अहम भूमिका में थे. जो 90 के दशक की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली चौथी हिंदी फिल्म थी. आज जब फिल्म को रिलीज हुए 30 साल होने जा रहे हैं, तब भी इस फिल्म को एक कल्ट स्टेटस हासिल है.
2 वजह से बनीं हिंदी कल्ट फिल्म
सुभाष घई की फिल्म ‘खलनायक’ को इस मुकाम तक पहुंचाने में कई फैक्टर्स माने जाते हैं, जिनमें से संजय दत्त का केस और जेल जाना और दूसरा वो गाना रहा, जिसको लेकर लोगों ने खूब बवाल मचाया लेकिन आज भी लोगों की जुबां पर उस गाने के बोल रहते हैं. उस दौर में माधुरी दीक्षित के उस गाने को परिवार के सामने देखना या सुनना लोगों के लिए शर्म की बात होती थी. वो गाना कोई और नहीं बल्कि ‘चोली के पीछे क्या है.’
दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने भी लगा दिया था बैन
‘चोली के पीछे क्या है’ माधुरी दीक्षित का ये फिल्म में फेमस डांस नंबर था, जिसको आपने भी सुना ही होगा. गाना रिलीज हुआ तो ऐसा बवाल हुआ कि लगभग 32 संगठनों ने गाने का विरोध किया. विरोध ऐसा हुआ कि उस वक्त दूरदर्शन और ऑल इंडिया रेडियो ने गाने पर बैन लगा दिया था. गाने के बवाल बड़ा तो फिल्म की रिलीज रोकने के लिए दिल्ली की एक अदालत में अपील भी की गई थी, हालांकि कोर्ट ने ये कहते हुए मामला खारिज कर दिया कि गाने में ऐसा कुछ भी नहीं है कि जो आपत्तिजनक हो.

‘चोली के पीछे क्या है’ गाने ने फिल्म को बेइंतेहा पॉपुलैरिटी दिलाई. फाइल फोटो.
गाने में कुछ अश्लील नहीं था
‘चोली के पीछे क्या है’ को आनंद बख्शी ने लिखा था. एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा था कि इस गाने में ऐसा कुछ नहीं है जो अश्लील हो. ये एक राजस्थानी लोकगीत है. जिसका मतलब यही था कि आपके दिल में क्या है. अब दिल तो आपकी शर्ट के नीचे भी हो सकता है. ऐसे में अगर आपको ये अश्लील लगता है तो हो, लेकिन असल में ऐसा नहीं है. इस गाने को कंपोज लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल ने किया था. जबकि अल्का याग्निक ने इसे अपनी आवाज दी थी.
गाने के साथ फिल्म के भी मुरीद हुए लोग
माधुरी दीक्षित ने भी 2014 में दिए एक इंटरव्यू में कहा था, ‘इस गाने का लोगों ने खूब विरोध किया, लेकिन जब उन्होंने फिल्म देखी तो विरोध करना भूल गए. लोगों को पिक्चराइजेशन पसंद आया. लोग इस गाने के साथ फिल्म के भी मुरीद हो गए. माधुरी दीक्षित का कभी न भूलने का डांस स्टेप की कई सालों तक चर्चा की गई.
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FIRST PUBLISHED : May 17, 2023, 11:26 IST